चाँद और सैटर्न


जब से मैंने सैटर्न यानी शनि ग्रह को टेलिस्कोप से देखा है तब से मैं लोगों को यही बताते रहता हूँ कि सैटर्न कितना खूबसूरत है। मैंने तो लोगों को ये भी कहा है कि अगर शायरों ने सैटर्न को देख लिया होता तो वे चाँद की जगह सैटर्न पर शायरियाँ लिख रहे होते। आज जब शाम को मैं बालकनी में बैठा हुआ था तो सहसा मेरी नजर चाँद पर जा पड़ी। कुछ देर तक एकटक देखने के बाद मुझे एहसास हुआ जैसे कोई और भी है जो इस वक्त उस चाँद को देख रहा है। मैं उसे नहीं देख पा रहा हूँ क्योंकि वो कहीं और है पर मुझे विश्वास है कि उसे भी पता है कि मैं चाँद को देख रहा हूँ। शायद इसी अन्तःप्रेरणा के वशीभूत होकर शायरों और कवियों ने वे सारे लेख लिखे होंगे। मुझे मेरा कहा हुआ वो वाक्य याद आ गया कि अगर शायरों ने सैटर्न को देख लिया होता तो वे चाँद की जगह सैटर्न पर शायरियाँ लिख रहे होते। मैंने फिर से अपने उस वाक्य पर विचार किया। क्या मैनें जो कहा था वो तर्क की दृष्टि से सही था? हाँ सही था, मेरे मन ने जवाब दिया। अगर सैटर्न चाँद के आकार का दिखता तो जरूर शायरों का सारा ध्यान उसके सुंदर रंगों और वलयों पर जाता परन्तु फिर भी चाँद से उसकी कोई प्रतिस्पर्धा नहीं होती। चाँद की सादगी जो कि उसके सादे रंग में है वह एक विशेष तरह का सुकून देता है जो कोई और शायद ही दे पाये। चाँद हमारे ग्रह का एकमात्र उपग्रह है। उसके अलावा चाँद ही है जो सुनसान अंधेरे रात में अकेले बैठे या घूमते हुए लोगों को अकेलेपन के एहसास से बचाकर रखता है। शायद इसी तरह लोगों ने चाँद से बात करना शुरू किया होगा। काले अंधेरे रात में चाँद किसी उम्मीद की तरह लगता है। उसे देखकर मन शांत हो जाता है। वहीं हर बढ़ते दिन के साथ जब चाँद अपना आकार बदलता है तो उसके लिये देखने वाले का आकर्षण और भी बढ़ जाता है। दूसरी तरफ सैटर्न तारों के बीच खो जाता है। थोड़ी देर आसमान पर नजर जमाने के बाद वह हमें दिख तो जाता है पर दूर होने के कारण वह हमें उतना प्रभावित नहीं कर पाता है। पर जब हम टेलिस्कोप से उसे देखते हैं तो उसका आकार हमें बढ़ा हुआ दिखता है और तब हम उसकी खूबसूरती की सराहना कर पाते हैं। कहने का मतलब यह है कि सैटर्न भी खूबसूरत है और चाँद भी। एक हमारे पास है और एक कुछ दूर है। दोनों के खूबसूरती के बीच प्रतिस्पर्धा कराने की बजाय मुझे दोनों की ही खूबसूरती की सराहना करनी चाहिए और उस आनंद को महसूस करना चाहिए जो ऐसे सराहना के बाद मिलती है।

Comments

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    1. Thanks! Seeing the Moon and the Saturn together in sky is a great experience. Try to track them when they are above horizon.

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  2. Simple yet effective. Really thoughtful ...keep it up yaayaawar

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    1. Means a lot! Thank you so much Nafis!

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